रांची
असम सीएम सह झारखंड विधानसभा चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने आज कल्पना मुर्मू सोरेन और हेमंत सोरेन को जवाब को देते हुए कहा कि मणिपुर के आदवासियों से अधिक झारखंड के आदिवासी पीड़ित हैं। बता दें कि 6 नवंबर को चाईबासा में हेमंत सोरेन ने कहा था कि बीजेपी के लोग रोटी, बेटी और माटी की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि असम के सीएम बिस्वा सरमा झारखंड में घूम रहे हैं। इनके ही राज्य में आदिवासियों को आज तक आदिवासी का दर्जा और आरक्षण नहीं मिला है। कहा कि इनके बगल में ही मणिपुर में आदिवासी लड़की को निवस्त्र कर सड़क पर घुमाया गया। मणिपुर जल रहा है। वहां आदिवासियों पर हिंसक हमले हो रहे हैं। लेकिन न अमस के सीएम हिमंता ने आज तक कुछ कहा न इनके पीएम मोदी ने कुछ कहा। दौरा करना तो दूर की बात है। एक अन्य चुनावी सभा में कल्पना मुर्मू सोरेन ने भी बीजेपी पर ये आरोप लगाये हैं। हिमंता आज रांची में प्रेस वार्ता कर इसी का जवाब दे रहे थे।
हिमंता ने कहा कि आज झारखंड में आदिवासियों की संख्या लगातार घटी है। कहा कि इसे हर साल के आकड़ों से समझा जा सकता है। साथ ही कहा कि आदिवासियों की जनसख्या घटने का एक मूल कारण घुसपैठ है। बीजेपी की सरकार बनेगी तो घुसपैठ पर रोक लगाई जायेगी। बता दें कि जेएमएम कथित घुसपैठ के लिए गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय को जिम्मेमदार ठहराता रहा है।